BCCI ने हाल ही में अंपायरों की भर्ती के लिए उनका टेस्ट लिया। जिसका रिजल्ट आ गया है। 140 लोगों में से सिर्फ 3 ही पास हुए। यानी 97% फेल हो गए। इस परीक्षा में बोर्ड ने कई मुश्किल सवाल पूछे थे। यह टेस्ट महिला और जूनियर मैचों (ग्रुप डी) में अंपायरिंग के लिए आयोजित किया गया था।
200 नंबरों का था एग्जाम
यह
परीक्षा 200 अंकों की थी। कट ऑफ 90 अंक था। लिखित परीक्षा के 100 अंक,
मौखिक और वीडियो के 35-35 अंक थे। वहीं, फिजिकल के 30 अंक थे।
BCCI के सवाल और उसके जवाब
सवाल:
अगर पवेलियन के किसी हिस्से, पेड़ या फील्डर की परछाई पिच पर पड़े और
बल्लेबाज आपसे शिकायत करे तो आप क्या करेंगे या क्या फैसला लेंगे?
सही जवाब :
पवेलियन या पेड़ की परछाई से मैच पर कोई फर्क नहीं पड़ता। फील्डर को स्थिर
रहने के लिए कहा जा सकता है, नहीं तो अंपायर को डेड बॉल घोषित करने का
अधिकार है।
सवाल:
आपको लगता है कि गेंदबाज की चोट सही है और अगर पट्टी हटाते हैं तो खून
निकलने लगेगा, इसके बाद भी क्या आप गेंदबाज को टेप हटाकर गेंदबाजी करने के
लिए कहेंगे?
सही जवाब: अगर गेंदबाज को बॉलिंग करनी है तो टेप हटाना जरूरी होगा।
सवाल:
एक फेयर डिलिवरी पर बल्लेबाज ने कोई शॉट खेला और बॉल शॉर्ट लेग पर खड़े
फील्डर के हेलमेट में अटक गई। गेंद की वजह से हेलमेट गिर गया, लेकिन बॉल के
जमीन पर गिरने से पहले फील्डर ने उसे कैच कर लिया। क्या बल्लेबाज को कैच
आउट देंगे?
सही जवाब: नॉट आउट दिया जाएगा।
कई अंपायर ये टेस्ट पास नहीं कर पाए
इस
टेस्ट में अधिकतर अंपायर लिखित टेस्ट पास नहीं कर पाए। BCCI के एक अधिकारी
ने बताया कि परीक्षा मुश्किल थी, लेकिन हम गुणवत्ता के साथ कोई समझौता
नहीं करना चाहते हैं। अगर आगे इंटरनेशनल और नेशनल मैचों में अंपायरिंग करना
चाहते हैं तो गलती की कोई गुंजाइश नहीं हो सकती है। खेल की समझ, नियमों का
पूरा ज्ञान होना बहुत जरूरी है।