नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम वह भूकंप शुक्रवार को आ ही गया, जिसका हर फैन को इंतजार था। टी-20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में इंग्लैंड से मिली हार ने हर फैन का दिल तोड़ा था और सोशल मीडिया पर लोग भड़ास निकाल रहे थे। अब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने एक्शन लिया और सिलेक्टशन कमिटी को फायर कर दिया। अब कप्तान रोहित शर्मा पर तलवार लटकी हुई है। मीडिया में छरकर आ रही रिपोर्ट्स की मानें तो बोर्ड कप्तानी पर भी बड़ा फैसला ले सकता है।पूर्व क्रिकेटर्स की ओर से तीनों फॉर्मेट में अलग-अलग कप्तान रखने पर जोर दिया जा रहा है। ऐसे में संभव है कि रोहित शर्मा के पास टेस्ट और वनडे की कप्तानी रहे, जबकि टी-20 टीम की कमान किसी और के हाथ में जाए। अगर ऐसा होता है तो संभव है कि हार्दिक पंड्या टी-20 इंटरनेशनल टीम के कप्तान बने। उनकी कप्तानी में गुजरात टाइटंस ने इंडियन प्रीमियर लीग का खिताब अपने नाम किया था। इसके बाद से ही उन्हें टीम इंडिया का भावी कप्तान माना जाने लगा था। हार्दिक पंड्या होंगे अगले T20 कप्तान!
इस बारे में बीसीसीआई के एक सूत्रों का कहना है, 'देखिए आम सहमति है कि अब बदलाव का समय आ गया है। हम सभी को लगता है कि सबसे पहले तो रोहित शर्मा के पास देने के लिए बहुत कुछ है, लेकिन टी-20 विश्व कप 2024 के लिए हमें अभी से तैयारी करने की आवश्यकता है। हार्दिक इस भूमिका के लिए बिल्कुल फिट हैं। चयनकर्ता अगले टी20 असाइनमेंट से पहले हार्दिक से मिलेंगे और आधिकारिक तौर पर भारत के कप्तान के रूप में घोषणा करेंगे।
रोहित का कप्तानी रिकॉर्ड बेहतर, लेकिन...
दूसरी ओर, रोहित शर्मा को भारत की मेजबानी में होने वाले वनडे वर्ल्ड कप 2023 तक के लिए टीम इंडिया का कप्तान चुना गया था। अगर उनसे टी-20 टीम की कप्तानी छिनती है तो हो सकता है कि वह इस फॉर्मेट में भी नहीं खेलें। हालांकि, ऐसा होना मुश्किल है, क्योंकि रोहित की कप्तानी के आंकड़े काफी बेहतर हैं। रोहित की कप्तानी में भारत ने 51 टी-20 खेले हैं, जबकि 39 मैच जीते हैं, जो विराट कोहली (50 मैच में 30 जीत) से बेहतर है। विनिंग प्रतिशत 76.47 है, जो एमएस धोनी (59.28%) से भी अच्छा है।
इससलिए हो सकता है बदलाव?
दरअसल, अगला टी-20 वर्ल्ड कप 2024 में होना है। टीम इंडिया अगर इसकी तैयारी के लिहाज से देखे तो शायद ही रोहित शर्मा तब तक खेलें। रोहित फिलहाल 36 वर्ष के हैं और 2024 में 38 वर्ष के होंगे। काफी कुछ निर्भर करेगा उनकी फिटनेस कैसी है। इसलिए बोर्ड चाहेगा कि तब तक के लिए किसी ऐसे को कप्तानी मिले जो तब तक अपने हिसाब से टीम को तैयार कर सके। इसमें विराट कोहली जैसे सीनियर्स का भी रोल अहम हो जाता है।बदलाव के लिए दबाव क्यों?
टी-20 वर्ल्ड कप 2021 में टीम इंडिया के खराब प्रदर्शन के बाद विराट कोहली की जगह रोहित शर्मा इसी शर्त पर कप्तान बने थे कि टीम आईसीसी इवेंट में अच्छा करेगी। एशिया कप में भी रोहित की कप्तानी वाली टीम का प्रदर्शन खराब रहा तो वर्ल्ड कप में सेमीफाइनल में 10 विकेट की शर्मनाक हार मिली। अब दबाव काफी बढ़ गया है। ऐसे में बोर्ड भी 5 बार के आईपीएल चैंपियन कप्तान रोहित से आगे देख रहा होगा।