दीपावली के पहले रिफाइंड तेल के दाम बढ़ेंगे, आपकी जेब पर पड़ेगा भार

Updated on 14-09-2024 11:59 AM

 इंदौर। दीपावली के पहले खाने के तेल के दाम बढ़ने के आसार हैं। खाद्य तेल की महंगाई से किसान, उद्योग और सरकार की राहत का रास्ता निकलता दिख रहा है। जल्द ही सरकार खाद्य तेल के आयात पर ड्यूटी बढ़ाने की घोषणा कर सकती है। इस एक तीर से तीन निशाने सध जाएंगे। देश के तेल उद्योग की मांग पूरी होगी।


किसानों की उपज का दाम बढ़ जाएगा और सरकार के कंधों से समर्थन मूल्य पर खरीद का बोझ भी खुद-ब-खुद कम हो जाएगा। लेकिन इस निर्णय से जनता को महंगा तेल खरीदने पर मजबूर होना पड़ेगा। देश में अपरिष्कृत खाद्य तेल विदेश से आयात करने पर फिलहाल 5 प्रतिशत ड्यूटी लग रही है। 2023 के पहले तक आयात पर कुल शुल्क 37-38 प्रतिशत था।


20 से 30 रुपये बढ़ जाएंगे रेट


आयात ड्यूटी बढ़कर फिर से 30 प्रतिशत के स्तर पर आती है, तो खुदरा बाजार में सोयाबीन रिफाइंड के दामों में 20 से 30 रुपये तक की वृद्धि हो जाएगी। दरअसल तेल उद्योगों के प्रमुख प्रतिनिधि संगठन दि सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सोपा) और साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन आफ इंडिया (एसईए) केंद्र सरकार से मांग कर चुके हैं कि आयात ड्यूटी बढ़ाकर पुराने स्तर पर लाना चाहिए।


विदेशी तेल से नहीं चल पा रहे स्थानीय उद्योग


उद्योगों की दलील है कि सस्ते विदेशी तेल के दबाव से स्थानीय उद्योग नहीं चल पा रहे हैं। इससे किसानों का सोयाबीन भी नहीं बिक रहा। स्थानीय तेल उत्पादन बढ़ने से उद्योग भी चल सकेंगे और किसान को सही दाम भी मिलेंगे।


सोपा चेयरमैन डेविश जैन बीते दिनों दिल्ली में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलकर आयात शुल्क बढ़ाने का ज्ञापन सौंप चुके हैं। सूत्रों के अनुसार कृषि मंत्रालय ने अपनी ओर से आयात ड्यूटी बढ़ाने की सिफारिश भी कर दी है।


सरकार का भी फायदा


आयात-निर्यात से जुड़े कारोबारी अरुण दोशी के अनुसार आयात ड्यूटी बढ़ने से रिफाइंड सोया तेल यदि 140 रुपये किलो तक पहुंच गया तो बाजार में सोयाबीन के दाम खुद-ब-खुद 5000 रुपये क्विंटल के पार पहुंच जाएंगे। अभी दाम 4000 से 4500 रुपये क्विंटल है। सरकार ने किसानों की मांग पर समर्थन मूल्य 4892 रुपये क्विंटल की दर से सोयाबीन खरीद की घोषणा की है।

खुले बाजार में दाम समर्थन मूल्य से ज्यादा हुए तो किसान खुद ही समर्थन मूल्य पर सरकारी बिक्री में रुचि नहीं लेंगे। ऐसे में सरकार के कंधों से खुद ही खरीद और किसानों को भुगतान का बोझ हट जाएगा। क्योंकि सोयाबीन का सरकार के लिए भी कोई उपयोग नहीं है। यह खाद्यान्न तो है नहीं जिसे सरकार पीडीएस में वितरित कर सके। आगे जाकर सरकार को भी तेल प्लांटों को ही अपना सोयाबीन बेचना पड़ेगा।


अन्य महत्वपुर्ण खबरें

 10 January 2025
नई दिल्ली: विदेशी निवेशकों का भारतीय बाजार के पैसा निकालने का सिलसिला नए साल में भी जारी है। साल के पहले 7 दिनों में विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने दो…
 10 January 2025
नई दिल्ली: इंजीनियरिंग सेक्टर की दिग्गज कंपनी लार्सन एंड टुब्रो के चेयरमैन और एमडी एसएन सुब्रह्मण्यम सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल हो रहे हैं। Reddit पर उनका एक वीडियो आया है…
 10 January 2025
नई दिल्ली: हाल ही में शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी (bull run) चली, तो निवेशकों में खूब जोश था। ज्यादा रिस्क, ज्यादा मुनाफे की उम्मीद में लोग नैनो-कैप स्टॉक (छोटे शेयरों)…
 10 January 2025
नई दिल्ली: 2025 में भारतीय घरों की आमदनी और बचत को लेकर काफी चिंताएं हैं। लोकल सर्कल्स के सर्वे के मुताबिक, सिर्फ 24% परिवारों को भरोसा है कि उनकी सालाना आय…
 10 January 2025
नई दिल्ली: अडानी ग्रुप ने एफएमसीजी कंपनी अडानी विल्मर में अपनी हिस्सेदारी का एक हिस्सा बेचने के लिए अपने ऑफर फॉर सेल (OFS) का साइज 13% से बढ़ाकर 20% करने का…
 10 January 2025
नई दिल्ली: अमेरिका का लॉस एंजिलिस अपने इतिहास की सबसे भयानक आग से जूझ रहा है। इस आग में 10 लोगों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों मकान खाक हो…
 10 January 2025
नई दिल्ली: टाटा ग्रुप की कंपनी टीसीएस का शेयर आज छह फीसदी उछला। देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी ने गुरुवार को बाजार बंद होने के बाद अपना तीसरी तिमाही का…
 09 January 2025
नई दिल्ली: भारत की आबादी इस समय करीब 150 करोड़ है। इसमें से 90 करोड़ से भी अधिक व्यक्तियों के हाथ में स्मार्टफोन है। स्मार्टफोन है तो जाहिर है कि…
 09 January 2025
नई दिल्ली: टाटा ट्रस्ट्स के चेयरमैन नोएल टाटा की बेटियों माया और लीह को सर रतन टाटा इंडस्ट्रियल इंस्टीट्यूट (SRTII) के बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज में शामिल किया गया है। यह सर…
Advt.