कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा को लेकर रोज नए विवाद सामने आ रहे हैं। अब पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की एक कार्यक्रम से गैरमौजूदगी सवालों के घेरे में आ गई है। खबर है कि क्रांतिकारियों के सम्मान कार्यक्रम में राहुल के नहीं पहुंचने पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के सुधाकरण को माफी मांगनी पड़ी। इससे पहले विवादों में रहने वाले पादरी से मुलाकात को लेकर भी कांग्रेस नेता पर सवाल उठे थे। केरल के दो क्रांतिकारियों गांधीवादी केई मेमन और पद्मश्री पी गोपीनाथन नायर के स्मारक का अनावरण होना था। यह कार्यक्रम तिरुवनंतपुरम स्थित NIMS अस्पताल में किया जाना था। खबर है कि परिवार की तरफ से केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख सुधाकरण की मौजूदगी में राहुल को निमंत्रण भी दिया गया था।
क्या हुआ रिएक्शन
खबर है कि सेनानियों के इस सम्मान समारोह में शामिल होने के लिए सुधाकरण,
यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के नेता एमएम हसन और स्थानीय सांसद शशि थरूर
NIMS अस्पताल पहुंच गए थे। लेकिन यहां राहुल नहीं पहुंचे। रिपोर्ट के
अनुसार, प्रदेश कांग्रेस के प्रमुख जिसमें वह
परिवार के सदस्यों से माफी मांगते नजर आ रहे हैं।
पादरी से मुलाकात का क्या है मामला
शुक्रवार को राहुल ने पादरी जॉर्ज पोन्नया से चर्च जाकर मुलाकात की थी।
इसपर भारतीय जनता पार्टी ने जमकर सवाल उठाए थे। भाजपा नेता शहजाद पूनावाला
ने ट्वीट किया था, 'इस शख्स को पहले भी हिंदुओं के खिलाफ नफरत के लिए
गिरफ्तार किया जा चुका है। उसने यह भी कहा था कि मैं जूते इसलिए पहनता हूं,
ताकि भारत माता की अशुद्धियां हमें दूषित न कर दें। भारत तोड़ो आइकॉन्स के
साथ भारत जोड़ो?'
भाषा के अनुसार, कई भाजपा नेताओं समेत अन्य लोगों द्वारा साझा किए गए जॉर्ज पोन्नैया के रूप में पहचाने गये पादरी को कथित तौर पर गांधी से यह कहते हुए सुना जा सकता है कि ईसा मसीह ही 'असली भगवान हैं। ... वह एक इंसान के रूप में प्रकट हुए। शक्ति की तरह नहीं...।' पादरी कांग्रेस नेता के उस सवाल का जवाब दे रहे थे कि क्या ईसा मसीह को भगवान माना जाता है या नहीं।