पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई अशांति का माहौल पैदा करने के लिए अब भारत के उत्तर-पूर्व राज्यों में साम्प्रदायिक माहौल को हवा देने में लगी है। इसके लिए पाकिस्तान से तस्करी के जरिए अत्याधुनिक हथियारों की बड़ी खेप जम्मू-कश्मीर व पंजाब के जरिये उत्तर-पूर्वी राज्यों में पहुंचाई जा रही है।
इसके लिए बिहार राज्य का इस्तेमाल एक ट्रांजिट रूट व तस्करों के लिए हथियारों का भंडारण करने के लिए किया जा रहा है। इस संबंध में हाल ही में खुफिया जांच एजेंसियों को कुछ इनपुट मिले हैं।
सूत्रों के अनुसार खुफिया जांच एजेंसियों को जानकारी मिली है कि पाकिस्तान के कुछ बड़े हथियार तस्कर जम्मू-कश्मीर और पंजाब में तस्करी के माध्यम से भारी मात्रा में हथियार पहुंचा रहे हैं।
इन हथियारों को यहां से हरियाणा, फिर यूपी होते हुए बिहार में गुप्त ठिकानों पर ले जाया जाता है। डिमांड के अनुसार इन हथियारों की सप्लाई नगालैंड, मणिपुर व उत्तर पूर्व के अन्य राज्यों में की जा रही है।
डार्कनेट पर डील, बिटकॉइन के जरिए हो रहा है पेमेंट
सूत्र बताते हैं कि एनआईए ने 5 राज्यों में मौजूद संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी कर हथियार व नकदी भी बरामद की थी। खुफिया जांच एजेंसियों ने पाकिस्तान के कुछ हथियार तस्करों व भारत के कुछ हथियार तस्करों के बीच डार्क-वेब पर हुई एक बातचीत को इंटरसेप्ट किया था। जिससे पता चला है कि उत्तर-पूर्वी राज्यों में माहौल खराब करने के लिए भारी मात्रा में अवैध हथियार खरीदे जा रहे हैं।
इन हथियारों की पेमेंट बिटकॉइन के जरिये की गई है। जांच एजेंसियां उन खातों की जांच में जुटी है, जिनके जरिए बिटकाइन खरीदे गए थे।
मणिपुर में हुई हिंसा में अवैध हथियारों की बड़ी भूमिका
एनआईए ने कश्मीर में एक जगह पर, पंजाब व हरियाणा में एक जगह पर और बिहार में 12 जगहों पर छापेमारी कर हथियारों का जखीरा और 13 लाख रुपए बरामद किए थे। इस छापेमारी के दौरान एनआईए को हथियार तस्करी के धंधे में लिप्त एक व्यक्ति की डायरी भी मिली थी। डायरी में देशभर के हथियार तस्करों के बारे में अहम जानकारियां जांच एजेंसी को मिली है।
मणिपुर में कुकी और मैतेई समुदाय के बीच हिंसा को बढ़ाने में बिहार से तस्करी के माध्यम से भेजे गए हथियारों का बड़ा योगदान रहा है। एनआईए गिरोह के लोगों की धरपकड़ में जुटी हुई है।
ट्रांजिट के लिए बिहार का इस्तेमाल कर रहे तस्कर
खुफिया एजेंसियों के इनपुट के अनुसार पाकिस्तान से तस्करी के जरिए आने वाले हथियारों को कश्मीर से पंजाब-हरियाणा से गुजार कर यूपी के आजमगढ़ में व बिहार के 12 जिलों में अलग-अलग जगहों पर जमा किया जाता है। वहां से इन्हें आगे बेचा जाता है। बिहार को अवैध हथियारों की तस्करी के लिए हाल्ट कम ट्रांजिट रूट के रूप में तस्कर इस्तेमाल कर रहे हैं।
कुछ महीनों पहले नगालैंड से बरामद एके-47 भी बिहार से ही बेची गई थी। जब एनआईए ने जांच की तो बिहार में 12 ऐसे संदिग्धों का पता चला जो अवैध हथियारों की तस्करी का काम बिहार से उत्तर-पूर्वी राज्यों के लिए चला रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि बीते कुछ महीनों में उत्तर-पूर्वी राज्यों में तस्करी के माध्यम से अवैध हथियारों को भेजे जाने का घटनाक्रम बढ़ा है।