बीजेपी के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने 3 दिसंबर की रात 9.45 बजे कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद का वीडियो X पर पोस्ट किया। वीडियो में मसूद कह रहे हैं, 'शरीयत को बचाने के लिए तमाम पार्टियां एकजुट हों।'
मसूद के इस वीडियो पर बीजेपी नेता और मध्यप्रदेश सरकार के खेल मंत्री विश्वास सारंग ने पलटवार करते हुए कहा, 'मसूद चोरी-चकारी करके नेता बने हैं।' सारंग के इस बयान पर मसूद ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी।
सारंग बोले- मसूद को ठीक कर दिया जाएगा मसदू के इस बयान पर मंत्री विश्वास सारंग ने कहा, 'आरिफ मसूद जैसे विघटनकारी लोग ये भूल जाते हैं कि देश शरीयत से नहीं, संविधान से चलेगा। शरीयत की इतनी बात कर रहे हैं, तो आप शरीयत को मानोगे। शरीयत में तो यह भी लिखा है कि फोटो लगाना, गाना बजाना हराम है। शरीयत में लिखा है कि जो चोरी करेगा, उसका हाथ काट दो। वे (मसूद) चोरी-चकारी करके ही तो नेतागिरी कर रहे हैं।'
मंत्री ने कहा, 'आरिफ मसूद भूल रहे हैं कि अगर वे इस तरह से विद्रोह या विध्वंस की राजनीति करेंगे, तो उन्हें ठीक कर दिया जाएगा। इस तरह की बातें करना, वैमनस्यता वाले बयान देना, यह मध्यप्रदेश में नहीं चलेगा।'
सवाल: शरीयत पर आपके बयान को भाजपा पोस्ट कर रही है, क्या मामला है? मसूद: ये लोग शरीयत की बात को लेकर कोट कर रहे हैं। एक तो उन्होंने पूरा बयान सुना नहीं है। ये नादान बच्चे हैं। कोई मंत्री बन गया है, कोई कुछ बन गया है, तो खेल रहे हैं। उन्हें जल्दी-जल्दी मिल गया, इसलिए उन्हें आभास नहीं है।
मैंने सच बात कही। संविधान के दायरे में ही हमको शरीयत की इजाजत मिली है। यह मंत्री हों, चाहे दूसरे हों, पहले पढ़-लिख लें। जब पढ़ लेंगे, तो समझ में आ जाएगा कि मैंने क्या कहा। संविधान का आर्टिकल 19 हमको इजाजत देता है कि शरीयत के साथ इस देश में हम रह सकते हैं। मैंने वही कहा है कि हमारी शरीयत के साथ छेड़छाड़ मत करो। कोई गलत नहीं कहा।
सवाल: मेट्रो के भूमिपूजन कार्यक्रम में आपने कमलनाथ से इसका नाम भोजपाल मेट्रो नहीं करने की बात कही थी? मसूद: गलत क्या कहा? जो भोपाली होगा, उसको भोपाल पसंद आएगा। पूरी बात यह थी, मैंने कहा था कि राजा भोज के नाम पर तो बहुत कुछ बन गया। भोपाल तो भोपालियों के लिए रहने दो।
सवाल: बांग्लादेशी हिंदुओं पर अत्याचार के विरोध में बीजेपी, आरएसएस आंदोलन कर रहे हैं, क्या कहेंगे? मसूद: बांग्लादेश में जो भी अराजकता और जो भी तांडव मचा हुआ है, उसकी हम सब निंदा करते हैं। मैंने बहुत पहले भी यह बात कही थी कि बांग्लादेश में ही नहीं देश, दुनिया में कहीं भी जुल्म हो रहा हो, तो उसके खिलाफ सबको खड़ा होना चाहिए।
भोपाल में प्रदर्शन हुआ, अगर भाजपा की नीयत साफ थी, तो सिर्फ एक समाज को इसमें नहीं बुलाना था। जुल्म जब होता है, तो इंसानियत के खिलाफ होता है और इंसानियत वाले सारे लोगों को इकट्ठा होना चाहिए। यह कॉल करते कि आओ सारे इंसानियत वालो, हम सब लोग एकजुट हों, तो पूरा देश इकट़्ठा खड़ा होता। केंद्र में आपकी सरकार, आपके वह 56 इंच के सीने वाले और बड़े-बड़े सीने वाले कहां हैं? इंदिरा गांधी को याद करो, उनके समय अगर अत्याचार हुआ था, तो इंदिरा गांधी ने हमेशा जवाब दिया।
सवाल: धीरेंद्र शास्त्री ने हिंदुओं को एकजुट करने यात्रा निकाली, जाति तोड़ने की बात कही? मसूद: अच्छा है, उन्होंने जाति खत्म करने की बात की। इस बात का तो मैं स्वागत करूंगा। हम तो दलितों के यहां जाते हैं। हमारे जो दोस्त हैं, उनमें हमने तो कभी दलित, अगड़ा-पिछड़ा, हिंदू-मुस्लिम नहीं किया। सब हमारे हैं। उन सबको भी अपना लेना चाहिए।