जशपुर। जिले के जनपद पंचायत कार्यालय के कैंपस के पीछे नरेगा कार्यालय के बगल में शराब के बोतलों का जखीरा पड़ा मिला है। इस कैंपस में ही एक वरिष्ठ कृषि अधिकारी का भी कार्यालय है। मगर जहां बोतलों का खजाना है, उसके ठीक बगल में नरेगा का ऑफिस है।
बोतलों को देख कर ऐसा लग रहा है मानो यहां पर रोज शराब खोरी होती है। एक ओर जहां भारत सरकार स्वच्छता के नए आयाम पर है वहीं दूसरी ओर शासन के लोग ही इस तरह गंदगी फैला रहे है। बताया जाता है कि यहां के कलेक्टर का सख्त हिदायत है कि कोई भी कार्यालय में गंदगी दिखाई नहीं देनी चाहिए यहां तक कि किसी के गुटखा खा कर थूके जाने पर रुपए 1500 का जुर्माना कलेक्टर ने लगा रखा है। इसी गंदगी की क्या कीमत कार्यालय मुख्यालय को चुकानी पड़ेगी यह देखना दिल चस्प होगा।
प्रोग्रामर ऑफिसर को नहीं है जानकारी
इस पूरे मामले को लेकर हमनें जनपद के प्रोग्रामर ऑफिसर से बात की तो उन्होंने इसकी जानकारी से होने से इंकार कर दिया।