सिवनी में गुरुवार सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। अलसुबह करीब 5.20 मिनट पर धरती कांपी। इसकी तीव्रता अधिक नहीं होने से किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई। कबीर वार्ड डूंडा सिवनी, टैगोर वार्ड, महावीर वार्ड क्षेत्र के लोगों ने बताया कि वे घर की दूसरी मंजिल पर सो रहे थे। तभी धम्म से आवाज आई और मकान हिला। घर का सामान भी हिला। हम तत्काल बाहर आए। बाहर खड़े कुत्ते भी जोर-जोर से भौंकने लगे।
काफी तेज था झटका
राजपूत कॉलोनी टैगोर वार्ड निवासी भोजराज मदने, रेलवे स्टेशन रोड निवासी नंद किशोर दुबे, कटंगी नाका अभिषेक कॉलोनी निवासी आशीष गुप्ता, कटंगी रोड निवासी रूपेश कोहरू आदि ने भूकंप के झटके आने की बात कही। उन्होंने कहा- काफी तेज झटके महसूस हुए।
यह है यहां भूकंप आने की वजह
सिवनी के साथ छिंदवाड़ा और बालाघाट में जमीन के अंदर चट्टानें चूना पत्थर की हैं। इनकी संरचनाएं ऐसी हैं कि जब भी बारिश का पानी इनमें जाता है तो यह चट्टानें सिकुड़ जाती हैं। इनके बीच अंदर के छेद बंद हो जाते हैं तो यह धंस जाती हैं। इसी कारण भूकंप के झटके आते हैं। सिवनी में सितंबर 2021 में 14 दिन में तीन बार भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। इनकी तीव्रता हर बार बढ़ती रही है। इससे पहले अक्टूबर-नवंबर 2020 में भी भूकंप के तेज झटके से लोग घबरा गए थे।
कम गहराई के कारण महसूस होते हैं झटके
भू-विज्ञानियों के अनुसार भूकंप का केंद्र ज्यादा गहराई में नहीं होने के कारण भूकंप के झटके महसूस होते हैं। यदि ज्यादा गहराई में हलचल होगी तो यह झटके महसूस नहीं होंगे। 2020 और 2021 में भूकंप के झटकों का केंद्र 5 से 10 किमी की गहराई में था। इसी वजह से झटके महसूस हुए थे। पिछले साल अक्टूबर-नवंबर के महीने में सिवनी में कई बार भूकंप के झटके महसूस हुए थे। रिएक्टर स्केल पर 5 बार धरती हिली थी। अक्टूबर में सिवनी में पहला भूकंप 3.3 तीव्रता का रहा था। 31 अक्टूबर को दिन में दो बार भूकंप आए। इनकी तीव्रता 3.1 और 3.5 रही। अक्टूबर के बाद 9 नवंबर को फिर धरती हिली। इसकी तीव्रता 3.4 रही. 22 नवंबर को 4.7 तीव्रता का भूकंप आया। भूकंप का केंद्र सतह से 10 किमी की गहराई में था। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि इस तरह के भूकंपों की भविष्यवाणी करना मुश्किल होता है।