गडकरी ने कहा कि सरकार वहां कदम रख सकती है, जहां किसान किसी समस्या का समाधान नहीं ढूंढ सकते हैं। वह अपने एग्रोविजन फाउंडेशन और सरकारी निकाय 'कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण' के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित एक संपर्क कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। भाजपा नेता ने कहा कि 50 से 100 किसानों को कृषक उपज कंपनी बनाने के लिए एक साथ आना चाहिए, ताकि वे अपने उत्पाद को खुले बाजार में बेच सकें। उन्होंने कहा कि ऐसे समूह अपना खुद का कोल्ड स्टोरेज भी बना सकते हैं।
क्या कहा गडकरी ने?
नितिन गडकरी ने कहा, ''सरकार पर ज्यादा भरोसा मत करो, मैं ऐसा इसलिए कह रहा
हूं क्योंकि मैं सरकार में हूं।'' उन्होंने किसानों को यह भी सलाह दी कि
"अगर किसान कृषि क्षेत्र में विकास करना चाहते हैं, तो उन्हें खुद पहल करनी
चाहिए। गडकरी ने कहा, ''मैंने एक किसान के रूप में अपनी उपज के लिए एक
बाजार ढूंढा, आपको भी अपनी उपज के लिए एक बाजार खुद ही ढूंढना चाहिए।''
गडकरी ने नासिक के किसान विलास शिंदे का भी उदाहरण दिया, जिन्होंने बिना
किसी सरकारी सब्सिडी या मदद के सैकड़ों करोड़ रुपये का कारोबार स्थापित
किया।