कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे के निर्देश पर नगरीय क्षेत्र में जल जनित व संक्रामक बीमारियों पर प्रभावी नियंत्रण रखने आज नगर निगम कमिश्नर श्री मयंक चतुवेर्दी ने चिकित्सा विभाग व नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में उन्होंने निर्देशित किया है कि बदलते मौसम में डेंगू, पीलिया, स्वाईन फ्लू, कोविड 19, के संक्रमण के रोकथाम के लिए आम लोगों को निरंतर जागरूक करते रहें एवं बीमारी के लक्षण वालों की त्वरित पहचान कर जांच व उपचार हर स्तर पर सुनिश्चित किया जाए।
रायपुर नगर निगम सभा कक्ष में बुलाई गई इस आवश्यक बैठक में आयुक्त श्री चतुवेर्दी ने स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम महामारी उन्मूलन अमले द्वारा की जा रही कार्यवाही की विस्तार से समीक्षा की। बैठक में नगर निगम के अपर आयुक्त श्री अभिषेक अग्रवाल, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. प्रणव वर्मा, कार्यपालन अभियंता श्री बद्री चंद्राकर, नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी श्री विजय पाण्डेय, शहरी कार्यक्रम अधिकारी श्री स्वतंत्र रहंगडाले, जिला डाटा प्रबंधक श्री अभिषेक सिंह भी मौजूद थे।
निगम आयुक्त श्री चतुवेर्दी ने बैठक में स्वास्थ्य अधिकारियों से कहा है
कि जिला प्रशासन के निदेर्शानुसार संक्रामक व जल जनित बीमारियों से रोकथाम
के लिए जागरूकता अभियान सतत् रूप से संचालित करते रहें एवं ऐसे क्षेत्र,
जो पूर्व में संक्रमण से प्रभावित हुए है, उसकी विशेष निगरानी भी
करें।उन्होंने निर्देशित किया है कि उच्च जोखिम वाले व्यक्ति विशेषकर
गर्भवती महिलाएं, पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चे, 65 वर्ष से अधिक उम्र के
वृद्ध एवं किसी अन्य रोग से ग्रसित व्यक्तियों में संक्रमण की जटिलताएं
होने की संभावना अत्यधिक होती है, अत: इन वर्गों पर फोकस कर बीमारी की
स्थिति में तत्काल जांच एवं चिकित्सक की देखरेख में तत्काल दवाएं एवं उपचार
सुनिश्चित करें। उन्होंने कोविड टीकाकरण के दूसरे डोज व बूस्टर डोज के लिए
संचालित घर-घर टीकाकरण अभियान में तेजी लाने एवं शत् प्रतिशत लक्ष्य
पूर्ति के लिए स्वास्थ्य विभाग अमले को निर्देशित किया है। उन्होंने कहा है
कि इस कार्य में नगर निगम का मैदानी अमला भी स्वास्थ्य विभाग को अपना
सहयोग दे रहा है।
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. प्रणव वर्मा ने बैठक में अवगत कराया कि इस मौसम
में सर्दी, खांसी, गले में खराश, बुखार, सिरदर्द, बदन दर्द, थकावट, दस्त
एवं उल्टी जैसे लक्षण होने पर चिकित्सक के परामर्श से तत्काल दवा लेने के
लिए प्रेरित किया जा रहा है। उन्होंने आगे बताया कि संक्रामक बीमारियों की
जांच के लिए जिला अस्पताल पंडरी, जिला क्षय नियंत्रण केन्द्र कालीबाड़ी, डॉ.
भीमराव अम्बेडकर चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल एवं एम्स में मरीज जांच
हेतु सैंपल दे सकते हैं, इसके अलावा जिला चिकित्सालय पंडरी के कक्ष क्रमांक
13 में पृथक से जांच केन्द्र का संचालन कर ऐेसे मरीजों के उपचार की
व्यवस्था भी जिला प्रशासन के निर्देश पर की गई है। जल जनित बीमारियों से
रोकथाम के लिए आम नागरिकों से यह भी अपील की जा रही है कि ऐसे मौसम में
पानी उबालकर पिएं, दूषित व बाहरी खाद्य पदार्थ का सेवन न करें एवं
स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें।