आयोजन समिति के चेयरमेन व छत्तीसगढ़ प्रदेश शतरंज संघ के मुख्य संरक्षक गुरुचरण सिंह होरा व विनोद राठी ने पत्रकारवार्ता में बताया कि इस अयोजन से केवल छत्तीसगढ़ राज्य ही नहीं बल्कि भारत का नाम विश्व शतरंज के मानचित्र पर अवलोकित होगी। इस आयोजन से देश और प्रदेश के रेटेड खिलाडि?ों को अपनी रेटिंग सुधारने, जीएम व आईएम नॉर्म एवं टाइटल प्राप्त करने का अवसर उपलब्ध होगा। इस स्तर की स्पधार्ओं के आयोजन का देश में अब भी अभाव है जहां पर हाई रेटेड खिलाड़ी का प्लेटाफार्म में खेल सकें। यही कारण है कि भारतीय खिलाडि?ों को इंटरनेशनल टाइटल प्राप्त करने के लिए यूरोपीय देशों में जाना पड़ता है जिससे खिलाडि?ों को अत्यंत आर्थिक तनाव एवं दबाव में रहना पड़ता है इस कारण अनेकों प्रतिभाएं तो भाग लेने से वंचित हो जाती है। मुख्यमंत्री ट्राफी में अभी भारत, रसिया, उक्रेन, जॉर्जिया, यूएसए, काजिकस्तान, मंगोलिया, पोलैंड, वियतनाम, कोलंबिया, ईरान, श्रीलंका, बांग्लादेश, जिम्बावे व नेपाल सहित 15 देशों के खिलाडि?ों ने भाग लेने के लिए अपनी एंट्री कर ली हैं। इसमें और देशों के जुड?े की संभावना है क्योंकि रजिस्ट्रेशन की अंतिम तारीख 12 सितंबर रखी गई हैं। विजेता ट्राफी के अलावा 35 लाख रुपये पुरस्कार राशि रखी गई है। प्रतियोगिता दो कैटेगिरी अर्थात मास्टर्स एवं चैलेंजर्स के रुप में करायी जाएगी। मास्टर कैटेगरी में 23 लाख एवं ट्राफी तथा चैलेंजर्स में 12 लाख रुपये एवं ट्राफी पुस्कार स्वरुप विजयी खिलाडि?ों को दिया जाएगा।
श्री होरा ने बताया कि उक्त स्पर्धा 10 चक्रों में संपन्न होगी तथा प्रति दिवस 1 ही मैच अपरान्ह 3 बजे से खेला जाएगा। वहीं चैलेंसर्ज का मुकाबला शगुम फार्म हाउस में होगा जहां खिलाड़ी प्रतिदिन दो-दो चक्र प्रात: 9 बजे एवं अपरान्ह 3 बजे से खेल सकेंगे। दिग्गज खिलाडि?ों में 16 ग्रैंड मास्टर्स, 17 इंटरनेशनल मास्टर्स, 3 महिला ग्रैंड मास्टर्स, 8 महिला इंटरनेशनल मास्टर्स, 5 फीडे मास्टर्स एवं 200 ईलो रेटेड खिलाडि?ों के नाम शुमार है। महाराष्ट्र के अंतरराष्ट्रीय निर्णायक स्वप्निल बंसोड़ को अखिल भारतीय शतरंत संघ द्वारा मुख्य निर्णायक का दायित्व सौंपा गया है। भिलाई इस्पात संयंत्र के सहायक महाप्रबंधक एवं अंतरराष्ट्रीय निर्णायक अलंकार भिवगड़े उप मुख्य निर्णायक होंगे। इनके सहयोग करने के लिए विभिन्न राज्यों के 20 अनुभावी निर्णायक भी शामिल होंगे।