एशिया कप 2022 का आगाज 27 अगस्त से यूएई में होने जा रहा है। टूर्नामेंट का पहला मुकाबला श्रीलंका और अफगानिस्तान के बीच खेला जाएगा, वहीं भारत अपने अभियान का आगाज चिर-प्रतिद्वंदी पाकिस्तान के खिलाफ 28 अगस्त को करेगा। इस साल एशिया कप का आयोजन टी20 फॉर्मेट में हो रहा है, मगर आखिरी बार जब 2018 में यह टूर्नामेंट खेला गया था तो वह 50 ओवर फॉर्मेट में खेला गया था। ऐसे में फैंस के जहन में सवाल उठ रहा है कि ऐसा क्यों हो रहा है। अगर आपके मन में भी यह सवाल खटक रहा है तो हम आपको इसका जवाब देंगे।
दरअसल, अप्रैल 2015 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) द्वारा एशियाई क्रिकेट परिषद का आकार घटाने के बाद, यह घोषणा की गई थी कि आगामी एशिया कप वनडे और टी20 प्रारूप में रोटेशन के आधार पर खेला जाएगा। यह आईसीसी के वर्ल्ड कप इवेंट पर भी निर्भर करेगा।
2016 में सबसे पहली बार एशिया कप टी20 फॉर्मेट में खेला गया था। टी20 वर्ल्ड कप 2016 से कुछ ही समय पहले इसका आयोजन हुआ था। वहीं अगला 2018 में एशिया कप 2019 वर्ल्ड कप को देखते हुए वनडे फॉर्मेट में हुआ था। अब 2022 टी20 वर्ल्ड कप देखते हुए इस साल इस बहुराष्ट्रीय टूर्नामेंट का आयोजन टी20 फॉर्मेट में हो रहा है।
बता दें, 2018 के बाद एशिया कप का आयोजन 2020 में होने था मगर कोरोना वायरस महामारी की वजह से इसे पहले 2021 के लिए स्थगित किया गया, मगर 2021 में व्यस्त अंतरराष्ट्रीय शेड्यूल और श्रीलंका में कोविड-19 के अधिक केस होने की वजह से 2022 के लिए स्थगित कर दिया गया।
साल 2022 में एशिया कप का 15वां संस्करण खेला जाएगा। डिफेंडिंग चैंपियन भारत खिताब बचाने के लिए मैदान पर उतरेगा। पिछले 14 संस्करण में भारत ने कुल 7 बार एशिया कप की ट्रॉफी अपने नाम की है, वहीं 5 बार श्रीलंका तो 2 बार पाकिस्तान जीत दर्ज करने में कामयाब रहा है। इस साल कुल 6 टीमें हिस्सा ले रही है। भारत के साथ ग्रुप ए में पाकिस्तान और हांग कांग है, वहीं ग्रुप बी में श्रीलंका, अफगानिस्तान और श्रीलंका है।