खास बात यह है की बाजारों में मौटे तौर पर इस बार चीनी सामान नदारद होगा और जिसके विकल्प के रूप में भारतीय सामान बाजारों में मिलेगा। विशेष बात यह है की पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी ग्राहकों का खरीदी व्यवहार पूर्ण रूप से चीनी सामानों के जगह भारतीय सामानों पर रहने वाला है। वर्ष 2020 तथा वर्ष 2021 की दिवाली व्यापारियों के लिहाज से बेहद फीकी रही लेकिन इस बार दिवाली त्यौहार से व्यापारियों की बड़ी उम्मीदें हैं । कैट ने देश भर के व्यापारियों से आग्रह किया है की आजादी के अमृत महोत्सव काल में इस वर्ष की दिवाली को विशुद्ध रूप से भारतीय दिवाली- लोकल दिवाली के रूप में मनाया जाए तथा देश भर में व्यापारी अपने घरों एवं दुकानों में वैदिक रीति से दिवाली पूजन करें और अपने ग्राहकों को भी इसके लिए प्रेरित करें।
कैट के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी एवं प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी ने कहा की उम्मीद की जाती है की इस वर्ष दिवाली त्यौहार के दौरान चीन से आने वाले सामान के न आने से चीन को लगभग 75 हजार करोड़ रुपये के व्यापार का नुकसान संभावित है। न केवल व्यापारी बल्कि भारतीय उपभोक्ता भी अब चीनी सामान से कतराने लगे हैं जो देश की अर्थव्यवस्था के लिए बेहद अच्छा संकेत है।