मरकाम ने कहा कि केंद्र में जब अटल भाजपा की सरकार थी तब कर्मचारियों की पुरानी पेंशन योजना को बंद कर कर्मचारियों के साथ धोखा बाजी किया गया था। रिटायरमेंट के बाद उनके भविष्य को अंधकारमय किया गया था। आज कांग्रेस की सरकार प्रदेश के कर्मचारियों के हित में पुरानी पेंशन स्कीम को लागू किया है इससे कर्मचारी विरोधी भाजपा को पीड़ा हो रही है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण साव, नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल को स्पष्ट करना चाहिए कि वो राज्य के कर्मचारियों के बेहतर भविष्य के लिए लागू की गई पुरानी पेंशन योजना के समर्थन में है कि विरोध में है और समर्थन में है तो केंद्र सरकार पर प्रदेश के कर्मचारियों के 17,240 करोड़ रुपए को वापस दिलाने कब दबाव बनायेगें? प्रदेश के कर्मचारियों के पेंशन स्कीम में जमा राशि प्रदेश के कर्मचारियों के वेतन से काटी गई एवं राज्य सरकार के द्वारा जमा की गई अंशदान की राशि है इस पर केंद्र सरकार का कोई अधिकार नहीं है। इस राशि को तत्काल प्रदेश के कर्मचारियों के बेहतर भविष्य के लिए राज्य सरकार को लौटाना चाहिए। केंद्र सरकार राशि नहीं लौटा कर मनमानी कर रही है, अपने शक्तियों का दुरुपयोग कर ही है। भाजपा आदतन कर्मचारी विरोधी है इसीलिए कर्मचारियों के हित के खिलाफ कार्य कर रही हैं।