दुनिया के अरबपतियों की लिस्ट में अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी को नंबर तीन पर पहुंचाने में उनकी लिस्टेड 7 कंपनियों में में 5 का बहुत बड़ा योगदान है। इन पांचों कंपनियों ने इस साल अब तक 100 फीसद का रिटर्न दिया है। बता दें ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स के मुताबिक गौतम अडानी इस समय 143 अरब डॉलर के साथ तीसरे नंबर पर हैं। उनके ऊपर जेफ बेजोस और एलन मस्क हैं।
साल-दर-साल आधार पर अडानी पावर ने आउट स्टैंडिंग प्रदर्शन किया है। अडानी पावर करीब 300 फीसद का रिटर्न दिया है। एनएसई पर अडानी पावर 11:11 बजे तक 0.11 फीसद, अडानी इंटरप्राइजेज 0.51, अडानी पोर्ट्स 2.62, अडानी टोटल गैस 0.11, अडानी विल्मर ( Adani Wilmar) 2.96, अडानी ट्रांसमिशन (Adani Transmissio) -0.13 अडानी ग्रीन (Adani Green) 0.54 फीसद ऊपर करोबार कर रहे थे। अडानी ग्रीन इस साल अब तक 108 फीसद रिटर्न दे चुका है।
हालांकि, हाल के वर्षों में अडानी समूह के अधिकांश शेयर कभी सस्ते नहीं रहे हैं, उपरोक्त ग्राफ से पता चलता है कि वे अब मूल्य-से-इक्विटी (पीई) मूल्यांकन की मांग कर रहे हैं जो 790x तक बढ़ रहा है। 790 के पीई मल्टीपल का मतलब है कि निवेशक कंपनी की मौजूदा कमाई का 790 गुना भुगतान कर रहे हैं। अदानी के शेयरों के मामले में, उनमें से पांच का पीई गुणक 100 गुना से ऊपर है।
उद्योग जगत के 140.29 के पीई के मुकाबले 790.53 के पीई वाली अडानी टोटल गैस पैक में सबसे महंगा स्टॉक है। अडानी ग्रीन एनर्जी एनएसई 0.73% का पीई भी 757.59 जितना ऊंचा है, इसके बाद अडानी ट्रांसमिशन (450.5) और अडानी एंटरप्राइजेज (403.64) हैं। हालांकि, हाल के वर्षों में अडानी समूह के अधिकांश शेयर कभी सस्ते नहीं रहे हैं। ये अब पीई मूल्यांकन की मांग कर रहे हैं, जो 790 गुना तक बढ़ रहा है। 790 के पीई मल्टीपल का मतलब है कि निवेशक कंपनी की मौजूदा कमाई का 790 गुना भुगतान कर रहे हैं।
ट्रेंडलाइन के आंकड़ों से पता चलता है कि जहां अडानी पावर के पास विश्लेषकों द्वारा शून्य कवरेज है, वहीं 3 अन्य कंपनियों - अडानी टोटल गैस, अडानी ग्रीन और अडानी एंटरप्राइजेज के पास केवल एक विश्लेषक की सिफारिश है। अडानी पोर्ट्स, जो समूह की दूधारू गाय है, की 22 ब्रोकरेजों द्वारा सबसे अधिक कवरेज है।