इंदौर के भंवरकुआं इलाके में बहुमंजिला इमारत की चौथी मंजिल से गिरकर एक छात्र की मौत हो गई। हादसा तब हुआ जब वह मोबाइल पर बात कर रहा था। अचानक उसका संतुलन बिगड़ा और वह नीचे आ गिरा। साथी उसे निजी अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। 18 वर्षीय छात्र इंदौर में नेवी की तैयारी करने महेश्वर से आया था।इंदौर के भंवरकुआं इलाके में बहुमंजिला इमारत की चौथी मंजिल से गिरकर एक छात्र की मौत हो गई। हादसा तब हुआ जब वह मोबाइल पर बात कर रहा था। अचानक उसका संतुलन बिगड़ा और वह नीचे आ गिरा। साथी उसे निजी अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। 18 वर्षीय छात्र इंदौर में नेवी की तैयारी करने महेश्वर से आया था।नेवी की तैयारी कर रहा था युवराजयुवराज मूल रूप से महेश्वर का रहने वाला है। वह अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। उसके परिवार में एक छोटी बहन भी है। पिता योगेश किसान हैं, साथ ही समाज के अध्यक्ष भी हैं। कुछ माह पहले ही युवराज इंदौर आया था। यहां एक निजी एकेडमी में पढ़ाई करते हुए वह नेवी की एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी कर रहा था।नौका विहार में जीता था गोल्ड मेडल
पिछले साल महेश्वर में ही नर्मदा नदी में अंतरराज्यीय नौका विहार प्रतियोगिता आयोजित की गई थी। जिसमें युवराज ने गोल्ड मेडल जीता था। वह स्पोर्ट्स में काफी एक्टिव था। परिवार के लोगों के मुताबिक वह पढ़ाई में भी काफी होशियार था। वो देशसेवा करना चाहता था। अंतिम संस्कार के लिये परिवार के लोग उसके शव को महेश्वर ले गए हैं।
पिता का था सपना बेटा सेना में जाए
रिश्तेदार विजेन्द्र मौर्य ने बताया कि युवराज के पिता योगेश खुद सेना में जाना चाहते थे। लेकिन पढ़ाई के दौरान ही उनके पिता का देहांत हो गया। इसके बाद परिवार की जिम्मेदारी उन पर आ गई। ऐसे में वे अपना सपना पूरा नहीं कर सके। जब युवराज का जन्म हुआ तो उन्होंने फैसला लिया कि वह बेटे को सेना में भेजेंगे। इसके लिए उन्होंने युवराज को इंदौर में निजी कोचिंग संस्थान में पढ़ने भेजा था।
गुरुवार रात जब बेटे की मौत की सूचना उन तक पहुंची तो वह कुछ देर खुद को संभाल नही पाए। शुक्रवार को बेटे के शव को देखने के बाद उन्होंने पत्नी को संभालते हुए कहा कि उनका सपना अधूरा रह गया।