प्रदेश में स्वैच्छिक रक्तदान को बढ़ावा देने के लिये 17 सितम्बर से रक्तदान शिविर होंगे। शिविरों का आयोजन एक अक्टूबर 2022 तक जारी रहेगा। आमजन की सक्रिय भागीदारी के साथ स्वैच्छिक, गैर पारिश्रमिक और नियमित रक्तदान की आवश्यकता के संबंध में जन-जागरूकता बढ़ानी है। शिविरों की श्रंखला के पहले दिन 17 सितम्बर को विशाल रक्तदान शिविर सभी जिलों में होंगे। शिविर का स्लोगन- "रक्तदान सामाजिक एकजुटता का प्रतीक है, प्रयास में सम्मिलित होकर जीवन बचाएँ" है।
स्वास्थ्य आयुक्त डॉ. सुदाम खाड़े ने रक्तदान शिविरों के संबंध में सभी कलेक्टर्स, संचालक एम्स भोपाल, बीएमएचआरसी भोपाल, डीन मेडिकल कॉलेज, स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त संचालक, सीएमएचओ, सिविल सर्जन, अधीक्षक सिविल अस्पताल, सभी निजी अस्पताल के संचालक और स्वयंसेवी संगठनों सहित सभी संबंधितों को विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किये हैं।
स्वास्थ्य आयुक्त द्वारा जारी निर्देश में प्रदेश के समस्त शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय, जिला चिकित्सालय, सिविल अस्पताल, इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी, प्रायवेट हॉस्पिटल, चेरिटेबल एवं स्वंयसेवी ब्लड सेंटर को 17 सितम्बर को विशाल रक्तदान शिविर आयोजित करने कहा गया है। इसके बाद 18 सितम्बर से एक अक्टूबर तक केलेण्डर बना कर निरन्तर स्वैच्छिक रक्तदान शिविर लगाने के लिये कहा गया है। जिले में क्रियाशील सभी स्वयंसेवी संगठन, ट्रस्ट, इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी, रक्तदाता संगठन, विश्वविद्यालय, महाविद्यालय, शैक्षणिक संस्था, औद्योगिक संस्थान, कम्पनियों, शासकीय विभागों आदि को स्वैच्छिक रक्तदान अभियान से अवगत कराने जिला स्तर पर कार्यशाला करने के निर्देश दिए गए हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय नई दिल्ली के आरोग्य सेतु एप एवं ई-रक्तकोष पोर्टल पर स्वैच्छिक रक्तदान करने वालों के पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध है। आरोग्य सेतु एप पर रक्तदान के लिए पंजीकृत व्यक्तियों के डेटा ई-रक्तकोष वेब पोर्टल से रक्तदान शिविरों का आयोजन करने वाले ब्लड सेंटर को उपलब्ध कराया जाएगा।
सभी स्वयंसेवी संगठन, ट्रस्ट, इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी, अखिल भारतीय तेरापंथ युवा परिषद, रक्तदाता संगठनों आदि द्वारा रक्तदान शिविरों को ई-रक्तकोष पोर्टल पर पंजीकृत करना होगा। इससे प्रत्येक जिले में कार्यरत एनजीओ, स्वयंसेवी संगठनों एवं उनके द्वारा होने वाले शिविरों की जानकारी ब्लड सेंटरों को उपलब्ध हो जाएगी। पंजीकृत शिविरों की जानकारी ई-रक्तकोष पोर्टल द्वारा सभी रक्तदाताओं को उपलब्ध हो पायेगी।
स्वैच्छिक रक्तदान एवं सुरक्षित रक्त के प्रति जन-सामान्य में जागरूकता बढ़ाने के लिए पत्रकारवार्ता, संगोष्ठी, पुरस्कार वितरण एवं केम्प लगाये जाने की गतिविधियाँ की जाये। प्रदेश के सभी ब्लड सेंटर ई-रक्तकोष में पंजीकृत होकर उनके द्वारा लगाये गये रक्तदान शिविर की जानकारी पोर्टल में अपडेट करना सुनिश्चित करेंगे तथा रक्तदान शिविर में संग्रहित रक्त यूनिटों का स्टॉक प्रतिदिन अपडेट किया जाएगा एवं पोर्टल से जनरेट कर स्वैच्छिक रक्तदान का प्रमाण-पत्र भी दिया जाएगा।
रक्तदान शिविरों की जानकारी ई-रक्तकोष पोर्टल में निरन्तर अपडेट की जाएगी। स्वैच्छिक रक्तदान का प्रमाण-पत्र जारी किये जाकर ब्लड सेंटरों में पर्याप्त आपूर्ति बनाये रखी जाए और समय पर मरीजों को आवश्यकता होने पर सुरक्षित रक्तदान दिया जाना सुनिश्चित किया जाए।