मध्य प्रदेश के सागर और भोपाल में गार्ड्स की हत्या करने वाले सनकी
सीरियल किलर को एक बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस कस्टडी के दौरान किलर ने बताया
कि 14 साल की उम्र में जब वो काम करने गोवा गया था तब वहां कुछ गार्डों ने
उसके साथ अप्राकृतिक कृत्य किया था। और इसी वजह से उसे गार्डों से नफरत हो
गई। जिसके बाद उसने गार्डों को निशाना बनाना शुरू कर दिया। और यहीं वजह है
कि गोवा में एक गार्ड की भी हत्या की थी।
जानकारी के अनुसार सनकी सीरियल किलर शिव कुमार धुर्वे ने बताया था कि वह रुपए इकट्ठा कर हथियार खरीदने वाला था , ताकि पुलिस को भी निशाना बना सके। उसने गार्डों की हत्या केवल बड़े डॉन के रूप में अपना नाम चमकाने के लिए की थी। अगर पकड़ा नहीं गया होता तो भोपाल में कई चौकीदारों को मारने की प्लानिंग थी।
दरअसल शिव प्रसाद 27 अगस्त की रात साइकिल से केसली से सागर आया और
भैंसा में ट्रक बॉडी मेकर कारखाने में चौकीदार को अकेला देख उसकी हत्या कर
दी। उसने 29 अगस्त को आर्ट एंड कॉमर्स कॉलेज और 30 अगस्त को रतौंना में
चौकीदार को मौत के घाट उतारा था। जिसके बाद जब पुलिस ने सख्ती बढ़ाई तो वह
डर गया और 31 की सुबह भोपाल भाग गया। जहां चौकीदार की हत्या करते सीसीटीवी
कैमरे में भी कैद हुआ था।
वहीं आर्ट एंड कॉमर्स कॉलेज में चौकीदार शंभू शरण दुबे की हत्या के बाद शिव उसका मोबाइल फोन उठाकर ले गया था। और उसके ऑन करने पर पुलिस टीम भोपाल पहुंची थी। बैरागढ़ के खजूरी में किलर ने मार्बल पीठा पर चौकीदार की हत्या की और बस स्टॉप पर आ गया। और यहां उसने फिर मोबाइल ऑन किया और काफी देर तक बैठा रहा।
जिसके बाद पुलिस ने लोकेशन के आधार किलर को दबोच लिया। साथ ही सीसीटीवी के आधार पर आरोपी की पहचान की गई थी। पुलिस आरोपी को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है। जिससे और भी हत्या का राज खुल सके। भोपाल में 1 और सागर 3 चौकीदारों की नींद में हत्या करने वाले सीरियल किलर शिव कुमार धुर्वे को 2 सितंबर को गिरफ्तार किया गया था।
बता दें कि महाराष्ट्र के पुणे के अलावा गोवा, हैदराबाद जैसे बड़े शहरों में होटल का वेटर रह चुका है। पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला कि वह कम समय में केजीएफ फिल्म के किरदार डॉन रॉकी की तरह नाम कमाना चाहता था। और बारिश के पहले नौकरी छोड़कर वह गांव लौट आया था और तभी से इसकी प्लानिंग कर रहा था।