टी-20 अब क्रिकेट में सबसे ज्यादा खेला जाने वाला फॉर्मेट बन गया है। जबकि वनडे मैच कम हुए हैं। वहीं, टेस्ट में ज्यादा अंतर नहीं आया है। पिछले 3 साल में 908 मैच खेले गए हैं। इनमें से 641 उन टीमों ने खेले हैं। जो टॉप-10 रैंकिंग में नहीं हैं।
यह बातें सामने आई हैं भास्कर रिसर्च में। हमने वनडे वर्ल्ड कप के अगले तीन सालों के मैचों की संख्या का एनालिसिस किया। हमने पाया कि 2007 वर्ल्ड कप के बाद से टी-20 इंटरनेशनल की संख्या लगातार बढ़ी है। जबकि उसी साल खेले गए वनडे वर्ल्ड कप के बाद से इस फॉर्मेट के मुकाबले कम हुए हैं। बता दें कि 2007 वर्ल्ड कप से ही टी-20 फॉर्मेट को लोकप्रियता मिली है।
आंकड़ों पर गौर करें तो पता चलता है कि टी20 आने के बाद टीमें पहले की तुलना में 50-60 वनडे कम खेल रही हैं। आमतौर पर किसी भी वर्ल्ड कप के अगले तीन सालों में औसतन 322 वनडे मैच खेले जाते थे। लेकिन, 2019 वर्ल्ड कप फाइनल के बाद अगले तीन सालों में सिर्फ 142 वनडे ही खेले गए।
2019 के वर्ल्ड कप फाइनल में पहुंचने वाली न्यूजीलैंड ने इस दौरान सिर्फ 13 वनडे ही खेले। इस बीच टीम ने चार गुना ज्यादा टी20 मैच खेले। जबकि पिछले वर्ल्ड कप से अब तक 120 टेस्ट मुकाबले हो चुके हैं। जो पहले 134 होते थे।
वनडे क्रिकेट पर दो धड़ों में बंटे दिग्गज
हाल ही में
स्टोक्स ने टी20 और टेस्ट को तरजीह देते हुए वनडे से संन्यास का ऐलान कर
दिया था। ऑस्ट्रेलिया के उस्मान ख्वाजा ने इस फॉर्मेट को उबाऊ बताया।
इंग्लैंड के मोइन अली ने कहा कि आने वाले दो सालों में या तो खिलाड़ी टेस्ट
खेलना पसंद करेंगे या टी20. कोई भी वनडे नहीं खेलना चाहेगा। बांग्लादेश के
वनडे कप्तान तमीम इकबाल का कहना था कि वनडे वर्ल्ड कप का महत्व किसी अन्य
ट्रॉफी से ज्यादा है और वनडे कहीं नहीं जाने वाला।