15 अगस्त के आसपास आए फोरकास्ट में इंदौर सहित मालवा-निमाड़ में भारी बारिश का अलर्ट दिया हुआ है। लेकिन, मौसम ने सबको हैरान कर रखा है। भारी बारिश की चेतावनी वाले इंदौर सहित आसपास के इलाकों में धूप खिल आई है। दो-तीन दिन बरसा भी तो सिर्फ रिमझिम..। और तो और महू सहित आसपास जमकर बारिश की आशंका थी, वहां इस बार।
जिला प्रशासन ने 16 अगस्त को भारतीय मौसम विज्ञान विभाग भोपाल का हवाला देते हुए कहा था कि इंदौर जिले में अगले 15 दिन में भारी वर्षा एवं बिजली गिरने की चेतावनी दी गई है। इस पर संभागायुक्त डॉ. पवन शर्मा ने सुरक्षा संबंधी वर्चुअल समीक्षा बैठक में अतिवृष्टि एवं बाढ़ के हालात बताए थे। इस आधार पर कलेक्टर मनीष सिंह ने एहतियात के तौर पर महू क्षेत्र में पिकनिक स्पॉट्स, घाट, नदियों में मछुआरों के आने-जाने पर रोक लगाई थी। इस रोक के 10 दिन गुजर गए हैं। न तो महू में तेज बारिश हुई है, न इंदौर में।
जहां के लिए सबसे कड़ा प्रतिबंध, वहां सिर्फ 2 इंच बारिश
चेतावनी मुख्य रूप से महू के लिए थी। दैनिक भास्कर ने महू क्षेत्र की बारिश के आंकड़ों को खंगाला तो चौंकाने वाले डेटा सामने आए हैं। यहां पिछले 10 दिन में सिर्फ 2 इंच पानी गिरा है। 16 अगस्त तक 24 इंच बारिश हुई थी। 10 दिन में यह बढ़कर सिर्फ 26 इंच पर पहुंची है।
इंदौर का पूर्वानुमान तो और भी गजब…
पूर्वानुमान की चेतावनी गलत निकलने में इंदौर शहर से जुड़ा मामला और आगे रहा। मौसम विभाग के इनपुट के आधार पर कलेक्टर ने 23 अगस्त को स्कूलों की छुट्टी कर दी। पर हुआ उलट। उस दिन मौसम बिल्कुल साफ होना शुरू हो गया। तेज बारिश ही नहीं हुई।
दस दिन में सिर्फ 3.5 इंच बारिश
अब लगभग दस दिन बीत जाने के बाद भी शहर में सिर्फ 3.5 इंच बारिश हुई है। अधिकांश दिन धूप खिली रही। ऐसे में मौसम विभाग के इस पूर्वानुमान से अफसर भी हैरान हैं। खास बात यह कि मौसम विभाग की चेतावनी के बाद पिछले 10 दिनों में ही इस सीजन की सबसे कम बारिश दर्ज हुई है। जबिक इसके पहले पिछले लगभग दो महीने में जिले में अच्छी बारिश हुई थी।