जिम्बाब्वे के खिलाफ मिली शर्मनाक हार के बाद पाकिस्तान टी20 वर्ल्ड कप
2022 से बाहर होने की कगार पर खड़ा है। बाबर आजम की टीम के सेमीफाइनल में
पहुंचने की उम्मीदें काफी कम है, लेकिन आईसीसी ने मेन इन ग्रीन को
सेमीफाइनल में पहुंचने का गणित लड़ाया है। आईसीसी ने उस समीकरण के बारे में
बताया है जिसके आधार पर पाकिस्तान शुरुआती दो मैच हारने के बावजूद
सेमीफाइनल में पहुंच सकती है।
टी20 वर्ल्ड कप 2022 में पाकिस्तान के लिए अभी तक का सफर किसी बुरे सपने
से कम नहीं रहा है। भारत और जिम्बाब्वे के खिलाफ आखिरी गेंद पर उन्हें हार
का सामना करना पड़ा है। भारत के खिलाफ बाबर आजम की टीम जहां 16 रन डिफेंड
नहीं कर पाई थी, वहीं जिम्बाब्वे के खिलाफ वह आखिरी ओवर में 11 रन नहीं बना
पाई। सुपर-12 के 5 में से शुरुआती 2 मैच हारने के बावजूद पाकिस्तान कैसे
सेमीफाइनल में पहुंच सकती है इसके बारे में आईसीसी ने बताया है।
आईसीसी के अनुसार पाकिस्तान को अगर सेमीफाइनल में कदम रखना है तो उन्हें सबसे पहले वो काम करने होंगे जो उनके हाथों में है। पाकिस्तान को अपने आगामी तीनों मैचों में ना सिर्फ जीत दर्ज करनी होगी बल्कि अपने नेट रन रेट में भी सुधार करना होगा। पाकिस्तान का नेट रन रेट भारत औ जिम्बाब्वे के खिलाफ मिली हार के बाद -0.050 का है।
पाकिस्तान की टीम रविवार को नीदरलैंड्स से भिड़ेगी, इसके बाद
उन्हें 3 नवंबर को साउथ अफ्रीका से और 6 नवंबर को बांग्लादेश से भिड़ना है।
इन तीनों ही मैच में पाकिस्तान को जीत दर्ज करनी होगी। अगर पाकिस्तान ऐसा
करने में कामयाब रहता है तो उनके 6 अंक हो जाएंगे।
इसके बाद बाबर आजम की टीम के सेमीफाइनल में पहुंचने या ना पहुंचने का फैसला अन्य टीम के मैच रिजल्ट पर निर्भर करेगा। अगर पाकिस्तान को सेमीफाइनल में पहुंचना है तो टीम इंडिया को अगले सभी मैच जीतने होंगे, वहीं साउथ अफ्रीका और जिम्बाब्वे को कम से कम अगले दो मुकाबले हारने होंगे। साउथ अफ्रीका के अगले तीन मैच क्रमश: भारत, पाकिस्तान और नीदरलैंड्स के खिलाफ है, वहीं जिम्बाब्वे को अब बांग्लादेश, नीदरलैंड्स और इंडिया के खिलाफ खेलना है।
पाकिस्तान के लिए बुरी खबर यह है कि साउथ अफ्रीका और जिम्बाब्वे
का 1-1 मैच बारिश की वजह से धुल चुका है जिस वजह से उनके खाते में 1-1
अतिरिक्त अंक है। अगर इन दोनों टीमों का कम से कम 1-1 मैच बारिश से और
धुलता है तो पाकिस्तान की उम्मीदें थोड़ी बढ़ जाएगी।