छत्तीसगढ़ में बरसात की गतिविधियां एक बार फिर तेज हैं। रविवार को बिलासपुर संभाग के कुछ जिलों में भारी बरसात की संभावना है। वहीं सरगुजा संभाग के कोरिया जिले में भी भारी बरसात की बात कही जा रही है। मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश के अधिकांश जिलों में हल्की से मध्यम स्तर की बरसात होनी है।
मौसम विज्ञानी एच.पी. चंद्रा ने बताया, एक गहरा अवदाब दक्षिण झारखंड और उससे लगे उत्तर ओडिशा के ऊपर स्थित था, जो पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए दक्षिण-पश्चिम झारखंड और उससे लगे उत्तर-पश्चिम उड़ीसा और उत्तर छत्तीसगढ़ के ऊपर आ गया है। इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए झारखंड, उत्तर छत्तीसगढ़ की ओर से उत्तर मध्य प्रदेश की ओर पहुंचने की संभावना है।
इधर मानसून द्रोणिका का पश्चिमी छोर अभी हिमालय की तराई में स्थित है। उसका पूर्वी छोर बहराइच, वाराणसी, गहरा अवदाब के केंद्र और उसके बाद पूर्व- दक्षिण-पूर्व की ओर उत्तर बंगाल की खाड़ी तक स्थित है। इनके प्रभाव से 21 अगस्त को अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। प्रदेश के पूर्वी मध्य प्रदेश से लगे क्षेत्रों में भारी बारिश हो सकती है।
इस बीच मौसम विभाग ने एक यलो अलर्ट जारी किया है। इसके मुताबिक प्रदेश के बिलासपुर, पेण्ड्रा, मुंगेली, कोरिया और इससे लगे जिलों में एक-दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ भारी बरसात और वज्रपात होने की संभावना है।
सूरजपुर सूखे से बाहर आया
प्रदेश के अधिकांश जिलों में 20 अगस्त की रात हल्की से मध्यम स्तर की बरसात रिकॉर्ड हुई है। सबसे अधिक बरसात सरगुजा संभाग के जिलों में दर्ज हुआ है। बलरामपुर के कुसमी/सामरी में 150 मिमी वर्षा हुई है। वहीं राजपुर में 92, बलरामपुर में 87 मिमी और जशपुर के बगीचा में 87 मिमी वर्षा हुई है। सूरजपुर के रामानुजनगर में 131.4 मिमी वर्षा दर्ज हुई है। इस बरसात से सूरजपुर जिला कम वर्षा वाले जिलों की श्रेणी से बाहर निकल आया। सूरजपुर में अब तक 696 मिमी से अधिक पानी बरस चुका है। यह यहां की सामान्य औसत वर्षा से केवल 14% कम है।
इधर बेमेतरा में बढ़ रहा है संकट
पिछले सप्ताह तक सरगुजा के पांच जिलों में ही कम वर्षा से संकट बढ़ रहा था। अब सरगुजा में बरसात होने लगी है। इसकी वजह से दिक्कत दूर हुई है। लेकिन दुर्ग संभाग के बेमेतरा जिले में अवर्षा का खतरा बढ़ता दिख रहा है। वहां पिछले कई दिनों से ढंग की बरसात नहीं हुई है। शनिवार रात भी वहां 10 मिमी से कम बरसात हुई है। एक जून से अब तक वहां 572 मिमी औसत वर्षा हुई है। यह सामान्य से 22% कम है। ऐसे में यह जिला कम वर्षा प्रभावित जिलों में शुमार हो गया है। इस सूची में बलरामपुर, जशपुर, कोरिया और सरगुजा जिलों का नाम भी शामिल है।