जम्मू-कश्मीर में नई पार्टी की तैयारी कर रहे गुलाम नबी आजाद अब चेतावनी मोड में आ गए हैं। उन्होंने इशारों-इशारों में कांग्रेस नेताओं की बयानबाजी पर सवाल उठा दिए हैं और कहा कि अगर मैं 'बैलिस्टिक मिसाइल' चलाता तो वे गायब हो जाते। आजाद ने अगस्त में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। वह पार्टी के साथ 5 दशक से ज्यादा समय तक जुड़े रहे थे।
गुरुवार को आजाद ने जम्मू और कश्मीर के भद्रवाह में रैली की। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, पूर्व कांग्रेस नेता कहा, 'उन्होंने (कांग्रेस) मुझपर मिसाइलें दागी, मैंने केवल 303 राइफल से जवाब दिया है और वे तबाह हो गए। क्या होता अगर मैंने बैलेस्टिक मिसाइल का इस्तेमाल किया होता? वे गायब हो जाते।' हालांकि, इस दौरान उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत इंदिरा गांधी और राजीव गांधी पर टिप्पणी से इनकार कर दिया। आजाद ने कहा, 'चूंकि मैं पार्टी का 52 साल सदस्य रहा हूं और राजीव गांधी को अपना भाई और इंदिरा गांधी को अपनी मां मानता हूं, मैं उनके खिलाफ एक शब्द भी नहीं बोलना चाहता।'
इससे पहले राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री आजाद ने कांग्रेस छोड़ने के बाद पहली जनसभा में नए दल के गठन का ऐलान किया था। हालांकि, इस पर स्थिति अभी साफ नहीं हो पाई है। उन्होंने कहा, 'मैंने मेरी पार्टी के नाम को अब तक तय नहीं किया है। जम्मू-कश्मीर के लोग पार्टी का नाम और झंडा तय करेंगे। मैं अपनी पार्टी को हिन्दुस्तानी नाम दूंगा, जिसे हर कोई समझ ले। आजाद साल 2005 से 2008 के बीच जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री रहे थे।
राहुल गांधी पर उठाए थे सवाल
26 अगस्त को आजाद ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के नाम 5
पन्नों का त्यागपत्र लिखा था। लैटर में उन्होंने पार्टी के नेतृत्व और
विशेष रूप से राहुल गांधी को लेकर सवाल उठाए गए थे।