बीरगांव इलाके में जोगी कांग्रेस का अच्छा वजूद था इसलिए कि पूर्व नपा
अध्यक्ष डा.ओमप्रकाश देवांगन व उनके समर्थक कांग्रेस से अलग होकर जोगी
कांग्रेस में शामिल हो गए थे। जोगी कांग्रेस के बैनर पर कुछ पार्षद भी
चुनाव जीतकर आए थे। लेकिन अजीत जोगी के निधन के बाद से ही कुछ खट पट शुरू
हो गई थी। इस बीच सीनियर विधायक धर्मजीत सिंह का पार्टी से निष्कासन हुआ और
कार्यकतार्ओं ने विरोध में इस्तीफा दे दिया। डा.ओमप्रकाश देवांगन व
समर्थकों के इस्तीफे के बाद तो अब जोगी कांग्रेस का यहां बोरिया बिस्तर
सिमट गया। समर्थक संकेत दे रहे हैं कि डा.देवांगन भाजपा में शामिल हो सकते
हैं,पार्टी नेताओं के साथ संपर्क भी बना हुआ है। इस बीच खबर भी चर्चा में आ
गई हैं कि नंदकुमार साहू की जगह अगर चेहरे बदलने की बात आई तो जातिगत
समीकरण को देखते हुए भाजपा डा.देवांगन को पार्टी में शामिल कर दांव भी लगा
सकती है,लेकिन अभी सिर्फ यह कयास है।