बिलासपुर/रायपुर
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे यात्रियों को बेहतर यात्री सुविधाएं तथा सुरक्षा के साथ बेहतर यात्रा अनुभव प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। यात्रियों की सुरक्षा व संरक्षा तथा ट्रेनों में अपराध की रोकथाम, संदिग्ध गतिविधि का पता लगाने और सुरक्षा कारणों को ध्यान में रखकर ट्रेनों के कोच में क्लोज सर्किट टेलीविजन (सीसीटीवी) कैमरे का प्रावधान किया जा रहा है। अब तक 110 एलएचबी कोच, 72 ईएमयू के कोच तथा 08 डेमू कोच में क्लोज सर्किट टेलीविजन (सीसीटीवी) कैमरे लगाए जा चुके है। इससे यात्रियों का सफर सुरक्षित और आरामदायक यात्रा अनुभव के साथ सुरक्षा के प्रति आश्वस्त होगा। ट्रेनों में किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधियों की सूचना प्राप्त होने पर इन कैमरों की मदद से डाटा को डाउनलोड करके उनका विश्लेषण कर आगे की कार्रवाई की जा सकेगी।
इसी कड़ी में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के अंतर्गत यात्री ट्रेनों में
दुर्ग-निजामुद्दीन-दुर्ग, हमसफर एक्स्प्रेस के 22 कोच, कोरबा-अमृतसर-कोरबा,
छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस के 38 कोच, बिलासपुर-भगत की कोठी-बिलासपुर एक्सप्रेस
के 13 कोच, बिलासपुर-पुणे व बिलासपुर-चेन्नई एक्सप्रेस के 6 कोच,
बिलासपुर-पटना व बिलासपुर-एनार्कुलम एक्सप्रेस के 4 कोच,
दुर्ग-निजामुद्दीन, संपर्कक्रांति व दुर्ग-जम्मूतवी एक्सप्रेस के 16 कोच
सहित 11 स्पेयर कोच शामिल है। इसी प्रकार दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में चलने
वाली बल्लारसाह-गोंदिया मेमु के 12+12 कोच, चांदाफोर्ट-गोंदिया मेमु के 12
कोच, गोंदिया-झारसुगुड़ा मेमु के 12 कोच, झारसुगुड़ा-गोंदिया मेमु के 12
कोच, केवटी-रायपुर डेमू के 8 कोच सहित 12 स्पेयर कोचों में क्लोज सर्किट
टेलीविजन (सीसीटीवी) कैमरे लगाए जा चुके है।
ट्रेनों में कोच के अतिरिक्त दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में कई स्टेशनों के
प्लेटफार्म व स्टेशन परिसरों में भी क्लोज सर्किट टेलीविजन (सीसीटीवी)
कैमरे का प्रावधान किया जा चुका है। इसी कड़ी में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे
के 12 स्टेशनों में लगभग 360 क्लोज सर्किट टेलीविजन (सीसीटीवी) कैमरे लगाए
गए है। इन कैमरों की मदद से आपराधिक एवं संदिग्ध गतिविधियों की रोकथाम के
साथ स्टेशनों पर यात्रियों के छूटे हुए सामानों की बरामदगी में भी सहायता
मिल रही है। इसके अतिरिक्त संदिग्धों एवं अपराधियों के विरुद्ध कानूनी
कार्रवाई करने तथा विवाद सुलझाने में कैमरे के फुटेज साक्ष्य के तौर पर
उपयोग में लाये जा रहे है। साथ ही साथ रेलवे की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने
वाले शरारती तत्वों और रेल में अपराध करने वालों पर भी अंकुश लगाने में
क्लोज सर्किट टेलीविजन (सीसीटीवी) कैमरे महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
फरवरी 2021 से अभी तक 21 मामलें को सीसीटीवी के द्वारा डिटेक्ट किया गया
है, जिसमें 22 लोगों की गिरफ्तारी तथा 13 लाख से अधिक मूल्य की संपत्ति
बरामद की गई।