बालोद। छत्तीसगढ़ की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त, सृदृढ़ और आत्मनिर्भर बनाने संचालित की जा रही महतारी वंदन योजना से अब महिलाएॅ बेहतर से बेहतर कार्य कर रहीं हैं। ऐसा ही एक कार्य बालोद जिले के आमापारा निवासी श्रीमती ढालेश्वरी साहू ने किया है। एक समय था, जब ढालेश्वरी की लगभग 02 वर्ष की नन्ही बेटी भाव्या कुपोषण से ग्रसित थी। कुपोषण की गंभीर समस्या से बेटी को परेशान देख ढालेश्वरी भी मायूस रहने लगी थी। लेकिन मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के सुशासन में ढालेश्वरी की इस समस्या का हल संभव हो पाया है। ढालेश्वरी ने बताया कि इस वर्ष फरवरी माह में उसने महतारी वंदन योजना के लिए आवेदन किया था, जिसके बाद उसे मार्च माह से नियमित ही महतारी वंदन योजना की राशि प्रतिमाह उसके बैंक खाते में प्राप्त हो रही है। उसने बताया कि महतारी वंदन योजना की पहली किस्त की राशि प्राप्त होते ही उसने बैंक से राशि निकालकर उस राशि का उपयोग अपनी बेटी भाव्या के खान-पान को बेहतर बनाने के लिए किया, उसने पौष्टिक आहार, फल आदि लेकर, उसे नियमित रूप से खिलाना शुरू किया। जिसके पश्चात 02 से 03 महीने में ही बेटी भाव्या कुपोषण की श्रेणी से निकलकर सुपोषण की श्रेणी में आ चुकी है। अब उनकी बेटी खुशी के साथ घर के अंागन में खेलना, दौड़ना करती है, वह प्रतिदिन आंगनबाड़ी केन्द्र भी जाती है, जहाॅ उसे बेहतर ढंग से प्रारंभिक शिक्षा दी जा रही है। भाव्या की खुशी देखकर अब परिवार भी खुश है। ढालेश्वरी बताती है कि उसकी बेटी भाव्या की खुशी के पीछे मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की महतारी वंदन योजना से मिली आर्थिक मदद है, जिसका परिणाम है कि आज भाव्या सुपोषित हुई है। ढालेश्वरी ने महतारी वंदन योजना के बेहतर संचालन और प्रतिमाह आर्थिक संबल प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को खुशी-खुशी धन्यवाद दिया है।