मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बालाघाट जिले के रामपायली स्थित डॉक्टर केशव बलिराम हेडगेवार के पूर्व निवास स्थान एवं कर्मस्थली पहुँचे। यहाँ उन्होंने डॉक्टर हेडगेवार द्वारा किए हुए कार्यों एवं क्रांतिकारी गतिविधियों की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने संस्कृति विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को डॉक्टर हेडगेवार की स्मृतियों को अक्षुण्य रखने के सम्बंध में आवश्यक निर्देश दिए। मुख्यमंत्री चौहान ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि डॉक्टर हेडगेवार की स्मृतियों, कार्यों एवं उनकी प्रेरणा को अक्षुण्ण बनाए रखने स्मारक बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने संघ से जुड़े वरिष्ठ पदाधिकारियों से सौजन्य मुलाक़ात भी की।
मुख्यमंत्री चौहान को बालाघाट ज़िले के फ़ाइन आर्ट्स के गोल्ड मेडलिस्ट कलाकार सुनील मरावी ने स्व-निर्मित डॉक्टर हेगड़ेवार का छाया-चित्र भेट किया। गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा बालाघाट जिले के प्रभारी मंत्री हरदीप सिंह डंग, आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रामकिशोर नानो कावरे, पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग के अध्यक्ष एवं विधायक गौरीशंकर बिसेन, विधायक एवं खनिज विकास निगम के अध्यक्ष प्रदीप जायसवाल, पूर्व विधायक रमेश भटेरे, स्थानीय जन-प्रतिनिधि, अधिकारी तथा ग्रामीण उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री चौहान ने रामपायली के बालाजी मंदिर में की पूजा अर्चना
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बालाघाट ज़िले के रामपायली में प्रसिद्ध बालाजी मंदिर में पूजन-अर्चन किया। मदिर परिसर की परिक्रमा करते हुए मंदिर की ऐतिहासिकता के बारे में जाना।
बताया जाता है कि भगवान राम वनवास के दौरान रामपायली से होकर गुजरे थे। उनके चरण इस स्थान पर पड़े थे। इस कारण इसे रामपायली नाम से जाना जाता है। रामपायली में चंदन नदी के किनारे भगवान राम का प्राचीन मंदिर है और इस स्थान पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। रामपायली में दीपावली के बाद कार्तिक मेला भी लगता है।