पाकिस्तान में भारतीय उच्चायुक्त रह चुके जी पार्थसार्थी ने कहा, 'उन लड़ाकू विमानों में आधुनिक रडार और मिसाइल क्षमताएं हैं। यह साफतौर पर पाकिस्तान को लड़ने की क्षमताओं में बढ़त देने के लिए बनाया गया है।' उन्होंने कहा कि इसकी डिलीवरी 'भारत के लिए साफ संदेश है कि अमेरिका पाकिस्तान को हमारी बराबरी के लिए क्षमताएं देने की योजना बना रहा है।' उन्होंने कहा, 'हमारे खिलाफ ऐसी क्षमताओं का इस्तेमाल पहले भी हो चुका है। हमें इसे चिंता के साथ उठाना चाहिे और अमेरिका को न केवल राजनीतिक रूप में बल्कि उनके कामों और मुद्दों के संदर्भ में अमेरिका को संकेत भेजा जाना चाहिए, क्योंकि यह कुछ ऐसा है, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।'
क्या है मामला
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के
फैसले को पलटते हुए पाकिस्तान को एफ-16 लड़ाकू विमान के बेड़े के रखरखाव के
लिए 45 करोड़ डॉलर की वित्तीय सहायता को मंजूरी दी है। पाकिस्तान को यह
वित्तीय मदद इसलिए दी जा रही है ताकि वह वर्तमान और भविष्य में आतंकवाद
रोधी खतरों से निपट सकें। पिछले चार वर्षों में इस्लामाबाद को दी जा रही यह
सबसे बड़ी सुरक्षा सहायता है।