मैं कह रहा हूं दोनों को रख लेते, सच कहूं तो आप एक स्पिनर अतिरिक्त
लेकर जा रहे हैं। मेरी राय यह है कि आप एक स्पिनर कम ले जा सकते थे। हर्षल
पटेल आपके लिए डेथ ओवर का काम करते हैं, मोहम्मद शमी नई गेंद का काम करते
हैं। बुमराह दोनों तफर चलते हैं और भुवी नई गेंद से विकेट चटकाते हैं।
मोहम्मद शमी के लिए सिलेक्टर ने थोड़ी देर कर दी। उन्हें अभी ऑस्ट्रेलिया
और साउथ अफ्रीका के खिलाफ स्क्वॉड में जगह मिली है, अगर वह आपकी स्कीम का
हिस्सा थे तो उन्हें एशिया कप क्यों नहीं लेकर गए। एशिया कप में आवेश खान
थे, मगर दो मैच खराब होने की वजह से उन्हें टीम से ही बाहर कर दिया। यह
मुझे निजी तौर पर बिल्कुल पसंद नहीं। अगर आप टीम को लेकर स्पष्ट हैं तो शमी
एशिया कप की टीम में होने चाहिए थे। अगर उनका चयन पहले हुआ होता तो वह
इतना अच्छा कर चुके होते कि वह रिजर्व खिलाड़ियों में नहीं बल्कि वर्ल्ड कप
स्क्वॉड में होते।
टेंपलेट के हिसाब से फायदा होने वाला है, टीम साथ में खेलेगी, खिलाड़ी अपने-अपने रोल को समझ पाएंगे। टीम जीतेगी तो और अच्छा लगेगा। लेकिन आपकी बात सही है कि ऑस्ट्रेलिया में परिस्थितियां अलग होने वाली है। एक चीज है, ऑस्ट्रेलिया में जाकर आप प्रैक्टिस नहीं कर सकते, आपको कहीं ना कहीं तो खेलना पड़ेगा। मुझे लगता है कि दुबई में खेलना काफी सही रहता क्योंकि यहां कि पिच ऑस्ट्रेलिया से मिलती जुलती है। कम स्पिन ज्यादा बाउंस, तेज गेंदबाजों के लिए मदद। अगर भारत में क्यूरेटर ऐसी पिच बनाए तो सही रहेगा।